सुप्रभात!!
मेरे दादाजी कहा करते थे- ” बेटा, लोग बहुत अच्छे होते हैं, शर्त बस एक ही है कि तुम्हारा वक़्त अच्छा होना चाहिए।”
तब से मैंने एक बात की गांठ बांध कर रख ली है कि अपने दुःखों का रोना किसी के आगे नही रोने का!!
भले ही मैं कितना भी उदास या दुःखी क्यूं ना होऊं, मेरे चेहरे पर मुस्कुराहट सदैव बनी रहती है।
उदास होकर भी मुस्कुराओ तो कोई बात बने;
जीने का अलग अंदाज बनाओ तो कोई बात बने।
रो-रो कर तो हर कोई जीता है यहां;
अपने आंसू को हंसी में छिपा पाओ तो कोई बात बने!!
श्री सिद्धि विनायकजी हम सभी का दिन सफल करें।।