सुप्रभात!
कल हम चर्चा कर रहे थे भय की! सबसे बड़ा भय होता है असफलता का भय! ये हमें कोई भी नया कार्य करने से रोकने की कोशिश करता है।
लेकिन मेरा अनुभव यह कहता है कि असफलता, सफलता की पहली सीढ़ी होती है। असफलता, सफलता तक पहुंचने का मार्ग/माध्यम होता है।
अगर जीवन में हमें सफलता प्राप्त करनी है तो असफल होने के भय से पूर्णतया मुक्ति पानी होगी।
हमारे आसपास ही हमें ऐसे कई उदाहरण मिल जाएंगे जो इस बात का जीता-जागता प्रमाण हैं कि उन्होंने कई असफलताओं का सामना करके बड़ी-बड़ी सफलताएं हासिल की हैं।
चाहे हम दुनियां के सबसे बड़े अमीर बिल गेट्स की बात करें जिसकी प्रारम्भिक कंपनियां बुरी तरह से असफल हो कर बन्द हो गयी थी या फिर इस सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की जिन्हें रेडियो वालों ने उनकी भारी आवाज के कारण अस्वीकार कर दिया था। ये उदाहरण हमें यही प्रेरणा देते हैं कि असफलता से घबरा कर प्रयास करने बन्द नहीं करना चाहिए।
महाकवि हरिवंशराय बच्चन की ये पंक्तियां सदैव याद रखें-
“असफलता एक चुनौती है, स्वीकार करो;
क्या कमी रह गयी, देखो और सुधार करो;
जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम;
संघर्ष का मैदान छोड़ मत भागो तुम;
कुछ किये बिना ही जय-जयकार नहीं होती।
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।”
और अंत में- आप सफल होंगे या असफल यह इस बात पर निर्भर है कि आपमें असफलता का भय अधिक है या सफल होने की जिद्द! अगर आपने सफल होने की ठान ली है तो फिर दुनिया की कोई ताक़त आपको रोक नहीं सकती।
आपका दिन सफल हो!!