
सुप्रभात,
मेरी एक पुरानी पोस्ट पढ़ कर कुछ मित्रों ने मुझे फोन किया और कहा कि हमने अपनी मंज़िल पाने के लिए बहुत मेहनत की…कुछ ने कहा हम अब भी लगातार बहुत कड़ी मेहनत कर रहे हैं लेकिन सफलता अभी भी दूर खड़ी हम पर मुस्कुरा रही है। क्या हम कभी सफल हो पाएंगे???
संयोग से कुछ ही दिन पूर्व मेरे मार्गदर्शक (mentor) ने मुझ से कुछ ऐसा ही प्रश्न पूछा था। उन्होंने अचानक ही मुझ से पूछा- “त्रिलोक, क्या कारण है कि तुम्हें अभी तक वो सफलता नहीं मिल पा रही जिसके लिए तुम लम्बे समय से प्रयासरत हो??”
मेरा चेहरा देखने लायक था…एक पल को ऐसा लगा कि मेरे गुरु ने मेरी कमजोर नस पकड़ ली है और मुझसे कोई जवाब देते नहीं बना। फिर भी मैंने हिम्मत जुटा कर कहा-“शायद मैं अपने काम पर पर्याप्त ध्यान (फोकस) नहीं दे पा रहा हूँ और मेरे प्रयासों में भी कुछ कमी है।”
उन्होंने कहा, नहीं भाई, मुझे तो तुम्हारे फोकस और प्रयासों में कोई कमी दिखाई नहीं देती, फिर भी तुम्हें वांछित सफलता क्यों नहीं मिल रही??
अब मैं पूरी तरह भ्रमित (confuse) हो गया था, मेरे माथा घूम गया…आखिर मेरे गुरु कहना क्या चाहते हैं??? बड़ी हिम्मत करके मैंने अपना सिर उठाया और बहुत शर्म के साथ उनकी ओर उम्मीद भरी नज़र से देखा, मानो याचना कर रहा था किआपका आशय समझाइये। मन ही मन एक नया पाठ सीखने के लिए भी तैयार था।
वो मुझे अपने साथ लंच पर ले गए और कई उदाहरणों और प्रसंगों पर लम्बी-चौड़ी चर्चा के बाद उन्होंने मुझे जो कुछ समझाया वह बहुत आसान किंतु बड़ी बात थी:-
उन्होंने कहा, “असल में हम स्वयं ही वह सफलता हैं जिसे हम पाना चाहते हैं। होता यह है कि बड़ी सफलता की चाह में हम अपनी सोच इतनी आगे फोकस कर लेते हैं कि ठीक हमारे सामने आज क्या खड़ा है उस पर हमारा ध्यान ही नहीं जाता या फिर हम उसको नज़रअंदाज़ कर देते हैं।
वर्तमान ही स्वीकार्य है, आने वाला कल नहीं…आज है सो राज है…अनुकूल समय और परिस्थितियों की प्रतीक्षा करने में समय नष्ट कर देने की हमारी प्रवृत्ति ही हमारे और हमारी सफलता के बीच दूरी बढ़ाने का कार्य करती है, हमें अपनी वास्तविक मंज़िल से दूर कर देती है।
जब तक हम आज में जीना नहीं सीखेंगे, हम अपना आने वाला कल नहीं संवार सकते।
हमारे प्रयास आज पर केंद्रित हों,
हमारे जीवन मूल्यों को हम आज जियें,
हमारी मंज़िल की दिशा में कदम आज उठाएं,
रिश्तों को आज जियें,
किसी की तारीफ करनी है तो आज करें,
स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत है तो आज दें,
किसी को आपकी मदद की जरूरत है तो आज करें,
अपनी छोटी उपलब्धि की खुशी मनानी है तो आज मनाएं,
आज करणीय कार्य को कल पर या उचित समय पर करने के लिए टाल दिया तो आपकी मंज़िल, आपकी सफलता भी आपका वरण करना टाल देगी।
शुभमस्तु💐💐💐