किसी शायर ने क्या खूब कहा है :सुबह होती है शाम होती है ।योंही उम्र तमाम होती है ।।विचारकर देखने से बड़ा विस्मय होता है कि दिन और रात कैसे तेजी से चले जाते हैं । जिनको कोई काम नहीं है अथवा दुखिया हैं, उन्हें तो ये बड़े भारी मालूम होते हैं, काटे नहीं कटते,Continue reading “भागें नहीं….जागें”